बिना बहुमत बने सीएम देवेंद्र फडणवीस ने किया इस्तीफे का ऐलान, अजीत पवार ने साथ छोड़ा |
TOC NEWS @ www.tocnews.org
खबरों और जिले, तहसील की एजेंसी के लिये सम्पर्क करें : 98932 21036
महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शपथ लेने के महज तीन दिन बाद ही पद से इस्तीफा दे दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने आज ही बुधवार को फ्लोर टेस्ट का आदेश दिया था, लेकिन उन्होंने उसका इंतजार किए बगैर ही पद छोड़ दिया।
मुंबई. महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शपथ लेने के महज तीन दिन बाद ही पद से इस्तीफा दे दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने आज ही बुधवार को फ्लोर टेस्ट का आदेश दिया था, लेकिन उन्होंने उसका इंतजार किए बगैर ही इस्तीफा दे दिया है। देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं यहां से सीधे गवर्नर हाउस जा रहा हूं और अपनी इस्तीफा उन्हें सौंप दूंगा।
जो सबसे बड़ा दल है वो अब विपक्ष मे र्रहेगा और चिल्लर लोग मिलके सरकार बना रहे हैं, ए भी भारत का संविधान ही है. वो भी कांग्रेस्स और शिवसेना, सत्ता के लिये कुछ भी हो सकता हैं आज
फडणवीस से पहले डेप्युटी सीएम अजित पवार ने भी इस्तीफा दे दिया था। प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब फडणवीस से पूछा गया कि क्या अजित पवार से समर्थन लेने का फैसला गलत था तो उन्होंने कहा कि गलती हुई या नहीं, यह हम बाद में सोचेंगे।
उन्होंने कहा, 'देखिए, चुनाव में वह चुन कर आए और एनसीपी ने उनको (अजित पवार) गुट नेता (विधायक दल का नेता) बनाया। अब सरकार बनाने के लिए गुट नेता की बात तो सुननी पड़ती है न? गलती हुई या नहीं, ये बाद में सोचेंगे।' माना जा रहा है कि देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार को यह लग रहा था कि वे फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित नहीं कर पाएंगे और इसके चलते दोनों ने पद से इस्तीफा दे दिया।
मैं पत्रकार वार्ता के बाद राज्यापाल से मिलकर इस्तीफा दे दूंगा। उन्होंने कहा कि कितने दिन राष्ट्रपति शासन रहेगा यह सोच के अजित पवार ने सहयाेग दिया। उन्होंने समर्थन का पत्र दिया और हमने सरकार बनाई। आज सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आया। उसके बाद अजित दादा ने बताया कि कुछ कारणों से मैं इस गठबंधन में अधिक समय तक नहीं रह सकता। लिहाजा अब हमारे पास बहुमत नहीं है। इसलिए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं ।
अब तीन पहिए वाली सरकार
फडणवीस ने कहा कि हम पहले से ही कहते आ रहे हैं कि हम किसी दल के विधायक नहीं तोड़ेंगे। मैं पत्रकार वार्ता के बाद इस्तीफा देने जा रहा हूं। राज्यपाल से मिलूंगा। नई सरकार बनाने जा रहे लोगों को मेरी शुभेच्छा। लेकिन मुझे नहीं लगता कि वे अच्छे तरीके से सरकार चला पाएंगे। ये सरकार अपने ही बोझ के तले दब जाएगी। अब तीन पहिए वाली सरकार है। ऑटोरिक्शा भी तीन पहिए पर दौड़ता है। लेकिन नई बनने जा रही सरकार के तीन पहिए अलग-अलग दिशा में चलने वाले हैं। लिहाजा क्या होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।