खबर बनाने गए पत्रकारों पर सरपंच पति व पुत्र ने किया हमला
खबर बनाने गए पत्रकारों पर सरपंच पति व पुत्र ने किया हमला

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ब्यूरो चीफ नागदा, जिला उज्जैन // विष्णु शर्मा 8305895567


बड़नगर :- लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहने जाने वाले पत्रकारों पर हमले थमने का नाम नहीं ले रहे है पत्रकार अपनी जान जोखिम में डालकर कवरेज करने जाते है भ्रष्टाचार को उजागर करते है शासकीय भ्रष्ट अधिकारी व कर्मचारी लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की आवाज को दबाने के लिए उन पर जानलेवा हमले करवाते है.


ऐसा ही मामला बडनगर तहसील के ग्राम किलोली में देखने को मिला जहां पर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के दो पत्रकार ग्राम पंचायत किलोली में हुए भ्रष्टाचार की पड़ताल करने गए थे जहा सरपंच सचिव द्वारा किया गये भ्रष्टाचार की जानकारी ग्रामीणों से ले रहे थे तभी वहां सरपंच पति ओंकार सिंह पिता जुझार सिंह आया ओर पत्रकारों के साथ अभद्रता करते हुए गाली गलौज करने लगा। पत्रकार जब अपना वाहन लेकर जा रहे थे तभी सरपंच का पुत्र गोवर्धन सिंह अपनी बुआ के लड़के नरेंद्र सिंह पिता देव सिंह डोडिया के साथ मोटरसाइकिल पर आया और मीडिया कर्मियों के सामने अपनी मोटरसाइकिल खड़ी कर पत्रकारों के साथ गाली-गलौज व धक्का-मुक्की करने लगा ।


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पत्रकार मयंक गुर्जर खबर हंड्रेड जिला ब्यूरो चीफ व आईबीएन 9 न्यूज़ चैनल के जिला रिपोर्टर अजय नीमा निवासी उज्जैन के साथ हाथापाई कर मीडिया कर्मियों को उनके बाइक से गिरा दिया जिससे उन्हें चोटें आई है पत्रकारों ने इंगोरिया थाने पर पहुंचकर सरपंच प्रतिनिधि ओंकार सिंह पिता जुझार सिंह ,गोवर्धन सिंह पिता ओंकार सिंह ,नरेंद्र सिंह पिता देव सिंह निवासी किलोली के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में लिया है आरोपी की गिरफ्तारी की शीघ्र जाएगी अब सवाल ये उठता है के पत्रकार अपनी सुरक्षा के लिए कब तक जूझते रहेंगे.


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मुख्यमंत्री कमलनाथ को शीघ्र ही पत्रकार प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए जिससे पत्रकारों पर हमले रोके जा सके अन्य प्रदेशों की सरकार द्वारा सुरक्षा कानून लागू किए जा चुके हैं लेकिन मध्यप्रदेश में अभी तक पत्रकार प्रोटेक्शन एक्ट लागू नहीं किया गया है जिसके कारण पत्रकारों पर हमले थमने का नाम नहीं ले रहा है कई हमले में दो पत्रकारों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी और उज्जैन जिले में इस वर्ष कई पत्रकारों पर जानलेवा हमले हो चुके हैं लेकिन शासन प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है अब देखना यह होगा कि लगातार पत्रकारों पर हो रहे हमले लेकर प्रदेश सरकार क्या कदम उठाती है?