एडिशनल एसपी क्राइम ब्रांच निश्चल झरिया के विरुद्ध न्यायिक जांच की मांग, थाने में बैठाकर समझौता करवाने का आरोप, नहीं करने पर फर्जी मुकदमे में फ़साने की धमकी |
भोपाल । जिला एवं सत्र न्यायालय भोपाल के विशेष न्यायालय एट्रोसिटी में सीमा सिंह और मोहम्मद सज्जाद ने एक आवेदन नियम 7 अनुसूचित जाति जनजाति के तहत आवेदन प्रस्तुत किया है.
कि एडिशनल एसपी क्राइम ब्रांच निश्चल झरिया के भाई राकेश झारिया के विरुद्ध चल रहे एक छेड़छाड़ के अपराधिक प्रकरण में विगत एक डेढ़ माह से समझौता करने हेतु दिन दिन भर अजाक थाने द्वारा थाने में बैठा कर धमकी दी जा रही है कि अगर उस केस में समझौता नहीं किया तो इतने आपराधिक मुकदमे तुम पर दर्ज करवा देंगे तुम्हारी जिंदगी बर्बाद कर देंगे तुम जिंदगी भर जेल से बाहर नहीं आ पाओगे तुम लोग क्राइम ब्रांच को नहीं जानते हो.
इस मामले में एट्रोसिटी न्यायाधीश मुंशी चंद्रावत के न्यायालय में प्रस्तुत आवेदन में आवेदक गणों ने न्यायिक जांच की मांग की है आवेदक गणों को डर है कि क्राइम ब्रांच का इतना बड़ा अधिकारी आवेदक गणों को जान से ना मरवा डालें अथवा कई फर्जी मुक़दमे में न फंसा कर जेल में न डलवा दे, सीमा सिंह और मोहम्मद सज्जाद के इसी मामले की पैरवी अधिवक्ता अशोक विश्वकर्मा ने की. अधिवक्ता ने जानकारी में बताया की आवेदक गणों ने कोई ऐसा अपराध नहीं किया है उनको झूठे मुकदमे में फसाया जा रहा है.