प्रधानमंत्री जी की उम्दा सोच ने देश को बचा लिया, लेकिन जेहादियो ने कोहराम मचा दिया : नारायण त्रिपाठी
प्रधानमंत्री जी की उम्दा सोच ने देश को बचा लिया, लेकिन जेहादियो ने कोहराम मचा दिया : नारायण त्रिपाठी

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भोपाल // विनोद मिश्रा 


भोपाल । मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा कि जहाँ एक तरफ हमारे प्रधानमन्त्री जी की उम्दा सोच ने देश वासियो को बचाने का प्रयास किया और एक बड़े मौत के तांडव से बचा भी लिया, उनके एक अपील पर सारा देश घरो में कैद हो गया और सोसल डिस्टेंस के फार्मूले से काफी बचाव हुआ।


उन्होंने कहा कि आज अमेरिका जैसे देश का राष्ट्रपति यह कह रहा है कि हमारे देश में लगभग दो लाख लोग मौत की कगार पर है इतना साधन संपन्न देश जिसे महाशक्ति कहा जाता है इस महामारी के सामने घुटने टेकने को विवश हो गया। लेकिन हमारे देश में इतनी घनी आबादी होने के बाबजूद हमारे प्रधानमन्त्री जी दूरगामी सोच ने बचा लिया।


मैहर विधायक ने कहा कि वही दूसरी तरफ जेहादी मानसिकता के मुट्ठी भर तब्लीग़ी जमात के मौलाना देश की राजधानी के क्षेत्र हजरत निजामुद्दीन से मानव बम बनकर देश के कोने कोने में कोहराम मचाने निकल पड़े यह बेहद चिंता का विषय है साथ ही देश की एकता अखंडता के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। इक्कीसवीं सदी के इस दौर में ये मौलाना इस तरह से बयानबाजी दे रहे है लोगो को भ्रमित कर रहे है समाज और देश को अन्धकार में धकेल रहे है कि करोना महामारी हमारा कुछ नहीं कर सकती, हमें मिलने जुलने से कोई नहीं रोक सकता,


हम किसी का फरमान मानने वाले नहीं,हमारी अगर मस्जिदों में मौत होती है तो यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है ऐसे लोगो पर सख्त कार्यवाही होनी चाहिए। आज लगभग 2346 की संख्या में ये लोग इस तरह की मानसिकता लिए देश के किन किन ठिकानों में मौजूद है तत्काल पड़ताल होनी चाहिए और इनपर इतनी सख्त कार्यवाही होनी चाहिए कि इनकी ऐसी सोच की रूह काप जाय। आज विश्व के हालात जिनमे कई मुस्लिम देश भी इस महामारी से कराह रहे है


छुटकारा पाने के तमाम प्रयास कर रहे है फिर भी इन जमातियो को यह समझ नहीं आया कि यह बिमारी की जाती विशेष को देखकर न आती है न दूर भागती है यह मामला किसी जाती धर्म का नहीं बल्कि देश की अस्मिता अखंडता का मामला है इसलिए इन्हें सबक सिखाना जरुरी है इनकी सोच यह साबित करती है कि अब ये जमाती देश को गोली बन्दुक बम से नहीं कोरोना महामारी को अस्त्र बनाकर आतंक फैलाना चाहते है जिसपर लगाम आवश्यक है।