वीडियो वायरल : जो देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट को गालियां दे। वो अखबार मालिक ! : NITIN DUBEY
वीडियो वायरल : जो देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट को गालियां दे। वो अखबार मालिक ! : NITIN DUBEY

NITIN DUBEY ✍️ 9630130003


दबंग दुनिया के मालिक किशोर बाधवानी ने सुप्रीम कोर्ट को गालियां दी। एक आपरेटर ने जब अपना वेतन मांगा तो भड़क गया और देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट को भी गाली देने लगा। मेरे सामने देश की सर्वोच्च अदालत को गाली देता तो जूते मारता। सुप्रीम कोर्ट को गालियां मतलब भारत को गाली। असल देश द्रोही ये है।


वीडियो वायरल : सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट को गालियां 





दबंग दुनिया के मालिक किशोर वाधवानी ने लाकडाउन में किया आधा दर्जन पत्रकारों का ट्रांसफर और नहीं दिया 2 महीने से वेतन - क्यों चुप है मीडिया और प्रशासन


आज सरकार, सामाजिक संगठन और कई लोग इस संकट के दौर में भोजन, पानी मुहैया करा रहे हैं, लेकिन एक तरफ उस बिरादरी के साथ अन्याय हो रहा है जो लोगों की समस्याओं को दिन-रात संघर्ष करके सरकार और प्रशासन के सामने रख रहे हैं, यानी पत्रकार। आपको यह जानकर आश्चर्य और दुख भी होगा कि लाक डाउन के दौरान जिस समय देश कठिन दौर से गुजर रहा है उसी समय दबंग दुनिया प्रबंधन यानी किशोर वाधवानी ने अपने यहां कार्यरत पत्रकार के अलावा करीब 25 कर्मचारियों को देश के अलग-अलग शहरों में स्थानांतरित किया है।


भोपाल से करीब आधा दर्जन पत्रकारों को मुंबई ,रायपुर और दिल्ली जैसे शहरों में स्थानांतरित किया है ताकि वह अपनी नौकरी छोड़ दें और इस अवधि में वेतन नहीं देना पड़े। इसके अलावा पिछले दो महीने से वेतन भी नहीं दिया गया।


अब सवाल यह खड़ा होता है कि ऐसे समय प्रशासन कहां है? क्या प्रशासन ऐसे लोगों से डरता है? क्या प्रशासन ऐसे लोगों के हाथ की कठपुतली बन चुका है?


जो पत्रकार दिन रात एक कर के इस गंभीर समय में भी खबरें आम जनता तक पहुंचा रहे थे और आम जनता के दुख प्रशासन तक पहुंचा रहे थे उन्हें ही दुख दे दिया ।


मैं बहुत ऐसी पत्रकारों को जानता हूं जिनके पास केवल रोजगार का साधन उनकी पत्रकारिता ही है। ऐसे संकट की घड़ी में अगर उनसे अपने काम को भी छीन लिया जाए तो बताइए कितना बड़ा अन्याय है? इस पूरे मामले की शिकायत मैंने पीएमओ से लेकर कलेक्टर और डीजीपी, पीआईबी को भी भेजी है,लेकिन अभी किसी का कोई जवाब नहीं आया है। आश्चर्यजनक और गंभीर बात यह भी है कि जिन लोगों के जहां ट्रांसफर किए गए हैं वहां जानकारी दी ही नहीं गईं।


ऐसे दुराचारी जिनके ऊपर बलात्कार और भ्रष्टाचार सहित कई आरोप लगे हैं। उनकी जेब में सरकार है प्रशासन है। भाइयों इस मामले में दबंग दुनिया के मालिक किशोर वाधवानी के ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए कि नहीं? जब मैं सरकार और प्रशासन के खिलाफ लिख सकता हूं तो क्या मुझे अपनी पत्रकार बिरादरी के पक्ष में या उसके साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ नहीं लिखना चाहिए।


मैं पहली बार आपसे निवेदन कर रहा हूं कि इस पोस्ट को आप ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि इस मामले में मेरी आवाज़ बुलंद हो।