किसानों से 66 लाख एमटी से अधिक गेहूँ उपार्जित, चना, मसूर और सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीदी










किसानों से 66 लाख एमटी से अधिक गेहूँ उपार्जित, चना, मसूर और सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीदी

TOC NEWS @ www.tocnews.org



भोपाल // विनय जी. डेविड 9893221036 


भोपाल : खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता संरक्षण एवं सहकारिता मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत ने बताया कि प्रदेश में आज शाम 5:30 बजे तक 4500 खरीदी केन्द्रों पर 66 लाख 76 हजार 282 मीट्रिक टन गेहूँ समर्थन मूल्य पर प्रदेश के 10 लाख 60 हजार 726 किसानों से खरीदा जा चुका है।


उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुल उपार्जित गेहूँ के विरूद्ध किसानों को 7014 करोड 83 लाख 40 हजार 819 रूपये का भुगतान किया गया। आज राज्य शासन ने अपने प्रतिदिन के खरीदी लक्ष्य 2.75 मीट्रिक टन से अधिक 2 लाख 80 हजार 545 मीट्रिक टन उपज क्रय की। कुल खरीदे गए मीट्रिक टन में से 83.49 प्रतिशत यानी 55 लाख 81 हजार 20 एमटी का परिवहन किया गया। किसानों को सफल भुगतान के रूप में 4931 करोड 26 लाख 14 हजार रूपये का सफल भुगतान ऑन लाईन उनके खातों में किया गया।


इसे भी पढ़ें :- अब FIR दर्ज कराने थाने नहीं जाना पड़ेगा, घर आकर रिपोर्ट लिखेगी डायल 100, योजना का शुभारंभ


मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत ने बताया कि प्रदेश में चना, मसूर एवं सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीदी 893 केन्द्रों में से 624 केन्द्रों पर की गई। उन्होंने बताया कि एक दिन में 3117 खाद्यान का उपार्जन किया गया।


प्रदेश में अब तक कुल 10732 मीट्रिक टन की खरीदी की जा चुकी है। खरीदी के लिए एसएमएस के बाद 10103 किसान खरीदी केन्द्रों पर पहुँचे।


इसे भी पढ़ें :- शहर में दहशत फैलाने वाले गुनहगार पुलिस रिमांड पर, दहशतगर्दों के पास से निकला हथियारों का जखिरा


मंत्री श्री राजूपत ने कहा कि लॉक डाउन के कारण किसान को अपनी फसल बेचने के लिए इधर- उधर भटकने की आवश्यकता नहीं है। किसानों की उपज क्रय करने के लिए उन्हें एसएमएस द्वारा निर्धारित स्थान के साथ दिनांक एवं समय की जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि सभी खरीदी केन्द्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के साथ अन्य आवश्यक सुविधायें भी उपलब्ध करवाई जा रही है। मंत्री श्री राजपूत ने बताया कि राज्य के भंडार गृहों में अनाज भरपूर मात्रा में उपलब्ध है, जिससे सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत खाद्यान्न वितरण का कार्य भी सुगमता से किया जा रहा है।