मनरेगा के कार्य में भारी भ्रष्टाचार कर अपनी जेब भर रहे सचिव सरपंच, मनरेगा के कार्य में मजदूरों की बजाय जेसीबी से किया जा रहा कार्य
मनरेगा के कार्य में भारी भ्रष्टाचार कर अपनी जेब भर रहे सचिव सरपंच, मनरेगा के कार्य में मजदूरों की बजाय जेसीबी से किया जा रहा कार्य

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ब्यूरो चीफ बालाघाट // वीरेंद्र श्रीवास 83196 08778


बालाघाट- विश्वव्यापी कोरोना वायरस के संक्रमण के समय आम आदमी दाने-दाने के लिए मोहताज हो रहा है। वहीं बेरोजगारी और भुखमरी को देखते हुए केंद्र सरकार मनरेगा के तहत ग्रामीण मजदूरों को काम दे कर दो वक्त की रोटी का इंतजाम कर रही है ।


किंतु ग्राम में सरपंच सचिव गरीब मजदूर को उनके अधिकार से वंचित कर उनके हक के पैसो पर अपनी बुरी नियत डालते नजर आ रहे हैं। आपको बता दे की मामला बालाघाट जिले के जनपद पंचायत कटंगी के ग्राम पंचायत बनेरा का है।


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जिसकी शिकायत लेकर ग्राम में चल रहे मनरेगा के मजदूर जनपद पंचायत पहुंचे । उनके द्वारा बताया गया कि गांव में मीनाक्षी तालाब का निर्माण कार्य चल रहा है किंतु उस कार्य को मजदूरों से कराने की बजाय जेसीबी से कराया जा रहा है और सप्ताह में 3 से 4 दिन ही हम से काम लिया जा रहा है एवं फर्जी मस्टररोल भरा जा रहा है ।


वीडियो ख़बर  इनका कहना है :- कटंगी जनपद सीईओ देवेश सराठे



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जिसकी जानकारी प्राप्त कर कटंगी जनपद सीईओ मजदूरों को समझाइश देकर शांत कराने की कोशिश करते नजर आए।


अब, देखना यह है कि, जनपद सीईओ गरीबों का निवाला छीनने वाले सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक पर क्या कार्यवाही करते हैं ? या चोर चोर मौसेरे भाई की कहावत को सत्य करते नजर आ रहे हैं ।